लाइफस्टाइल/सर्वोदय:- गर्मी से राहत पाने के लिए दिनभर एयर कंडीशनर (AC) में रहना आजकल आम हो गया है। लेकिन अगर आप भी घंटों एसी के कमरे में बैठे रहते हैं, तो सावधान हो जाइए। आयुर्वेदिक विशेषज्ञ कैसे लगातार 4-5 घंटे एसी में रहना आपकी सेहत, खासकर वजन पर नकारात्मक असर डाल सकता है।
एसी में रहने से क्यों बढ़ता है वजन? जानिए कारण –
फिजिकल एक्टिविटी होती है कम
एसी के ठंडे और कंफर्टेबल वातावरण में इंसान की फिजिकल मूवमेंट कम हो जाती है। एक ही कमरे में बैठकर काम करना या रिलैक्स करना ‘सिडेंटरी लाइफस्टाइल’ को बढ़ावा देता है, जिससे वजन तेजी से बढ़ता है।
क्रेविंग बढ़ती है
एसी के ठंडे माहौल में शरीर रिलैक्स करता है, और इसी दौरान पेट भरा होने के बावजूद स्नैक्स खाने की इच्छा होती है। इससे अनावश्यक कैलोरी इनटेक होता है।
मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है
रिसर्च बताती है कि ज्यादा देर ठंडे वातावरण में रहने से मेटाबॉलिज्म रेट धीमा हो जाता है। इसका मतलब है शरीर कम ऊर्जा खर्च करता है और फैट ज्यादा जमा करता है।
कैलोरी बर्निंग होती है कम
जब शरीर को तापमान मेंटेन करने की जरूरत नहीं होती, तो शरीर भी कम मेहनत करता है। इस वजह से कैलोरी बर्न नहीं होती और वजन बढ़ने लगता है।
क्या करें बचाव?
दिनभर एसी में रहने से बचें। हर कुछ घंटे बाद थोड़ा टहलें या हल्की स्ट्रेचिंग करें। ठंडी चीजें खाने-पीने से बचें और पाचन को दुरुस्त रखने वाली चीजें शामिल करें।
संतुलित आहार के साथ शरीर को एक्टिव रखें।
आयुर्वेद विशेषज्ञ का कहना है कि वजन बढ़ने की असली वजह सिर्फ एसी नहीं, बल्कि एसी के कारण बदली हुई जीवनशैली है। इसलिए ज़रूरी है कि हम गर्मी से बचाव के साथ-साथ हेल्दी आदतों को अपनाएं।



