सर्वोदय/लखनऊ:- उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार को 8 साल पूरे हो चुके हैं। 2017 में पहली बार मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ लगातार 8 वर्षों से इस पद पर बने हुए हैं। हालांकि, उनके कार्यकाल में अभी भी दो साल बाकी हैं, लेकिन इस बीच डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के समर्थकों की सक्रियता से सियासी हलचल तेज हो गई है। अब चर्चा होने लगी है कि क्या योगी आदित्यनाथ को सीएम पद छोड़ना पड़ेगा और उनकी जगह कोई नया चेहरा सामने आ सकता है?
केशव मौर्य के पक्ष में विधायक
उत्तर प्रदेश बीजेपी में कई ऐसे विधायक हैं जो केशव प्रसाद मौर्य को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं। इनमें कुछ विधायक पर्दे के पीछे अपनी मंशा जाहिर कर रहे हैं, तो कुछ खुले तौर पर इसकी वकालत कर रहे हैं।बीजेपी विधायक श्याम प्रकाश ने हाल ही में सार्वजनिक मंच से कहा था कि योगी आदित्यनाथ को दिल्ली चले जाना चाहिए और केशव मौर्य को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी कही गई बातें अक्सर सच साबित होती हैं। इसी तरह, गाजियाबाद के लोनी से विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी केशव मौर्य के कट्टर समर्थक माने जाते हैं।
केशव मौर्य का बढ़ता कद
नंदकिशोर गुर्जर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। हाल ही में कलश यात्रा के दौरान पुलिस से टकराव के बाद उन्होंने अपनी ही सरकार पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस घटना के बाद, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने खुलकर नंदकिशोर गुर्जर के साथ मंच साझा किया और उनके समर्थन की बात कही।
इस घटनाक्रम के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या केशव मौर्य एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के खिलाफ अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं? अब देखना यह होगा कि बीजेपी नेतृत्व इस मुद्दे पर क्या फैसला लेता है और क्या यूपी को जल्द ही नया मुख्यमंत्री मिलने वाला है?



