लखनऊ/सर्वोदय न्यूज़ :- यूपी विधानसभा के मानसून सत्र में उस वक्त बड़ा बवाल खड़ा हो गया जब निषाद पार्टी प्रमुख और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर फूलन देवी की हत्या का आरोप लगा दिया। उनके इस बयान के बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ, विपक्ष ने तीखी आपत्ति जताई और अंततः विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना को मंत्री का माइक बंद करने के आदेश देने पड़े।
दरअसल यूपी विधानसभा में ‘विकसित भारत, विकसित उत्तर प्रदेश 2047’ विजन डॉक्यूमेंट पर चर्चा हो रही थी, जो अगले 24 घंटे तक चलनी है। इसी चर्चा के दौरान संजय निषाद ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा,“फूलन देवी का समाजवादी पार्टी से मोहभंग हो गया था। उन्होंने अपनी पार्टी बना ली थी और फिर उनकी हत्या हो गई। निषादों के नेता एक-एक करके मारे गए, केवल मैं ही बचा हूं।”
सपा विधायक कमाल अख्तर ने कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि मंत्री विजन डॉक्यूमेंट पर न बोलकर केवल सपा पर राजनीतिक आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा,“यह कहना कि ‘फूलन देवी के हत्यारे यहां बैठे हैं’ – बेहद आपत्तिजनक और असंवैधानिक है।”
विपक्ष के हंगामे के बीच भी संजय निषाद नहीं रुके, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने माइक बंद करने का निर्देश दिया। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने भी कहा कि,“बिना सबूत किसी पर हत्या का आरोप लगाना निंदनीय है। फूलन देवी के हत्यारों को कोर्ट ने सजा दी है। ऐसे बयानों को सदन की कार्यवाही से हटाया जाए।”



