लखनऊ/सर्वोदय अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत – अवध प्रांत की महत्वपूर्ण प्रांतीय बैठक का आयोजन लखनऊ के गोमती नगर क्षेत्र में सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। बैठक में संगठन के विभिन्न प्रांतों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही, जिनमें संगठन की आगामी कार्ययोजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य एवं पर्यावरण आयाम प्रमुख डॉ. प्रमोद पांडेय ने संगठन की विचारधारा और कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, “राष्ट्रीय साधारण सभा कार्यक्रम की सफलता सभी कार्यकर्ताओं के समर्पण और संगठन के प्रति आत्मीयता का परिणाम है। जब हम अपने व्यवहार से लोगों को जोड़ेंगे, तभी संगठन सशक्त होगा।” उन्होंने स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण परमहंस के प्रसंग का उल्लेख कर संगठनात्मक अनुशासन व चरित्र निर्माण पर ज़ोर दिया।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डॉ. ओंकारनाथ तिवारी ने कहा कि, “हर जिले में संगठन की इकाई सशक्त होनी चाहिए। प्रत्येक प्रांतीय कार्यकर्ता को कम से कम एक जनपद की जिम्मेदारी लेकर संगठन के विस्तार में योगदान देना चाहिए।”

बैठक में प्रांतीय संगठन मंत्री डॉ. रामप्रताप सिंह ने बताया कि ग्राहक पंचायत वर्ष 1974 से ग्राहकों के अधिकारों के लिए कार्य कर रही है और यह भारत का पहला राष्ट्रीय संगठन है जिसने उपभोक्ता हितों को राष्ट्रीय पटल पर लाने का कार्य किया है। उन्होंने राष्ट्रीय साधारण सभा 2025 की सफलता की जानकारी भी साझा की, जो बाराबंकी के टी.आर.सी. महाविद्यालय में संपन्न हुई थी।
हेमचंद पाठक ने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “ग्राहक पंचायत की अवधारणा को आत्मसात करना ज़रूरी है। हर नागरिक ग्राहक है और सदस्यता अभियान को निरंतर बनाए रखने की आवश्यकता है।”
बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय उपाध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र मिश्र ने की और संचालन प्रांतीय सचिव आशुतोष मिश्र द्वारा किया गया। बैठक का शुभारंभ संगठन मंत्र एवं समापन कल्याण मंत्र के साथ किया गया, जिसे प्रांतीय कोषाध्यक्ष रामशंकर अवस्थी द्वारा संपन्न कराया गया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे –
प्रांतीय सह कोषाध्यक्ष प्रेमचंद वर्मा, प्रांतीय सह संगठन मंत्री ओमकार पुष्कर, कार्यकारिणी सदस्य ओमकार पांडेय, राजेंद्र गुप्ता, प्रचार आयाम प्रमुख विश्वनाथ एवं रविंद्रनाथ, रोजगार सृजन आयाम प्रमुख जितेंद्र शर्मा, नरेंद्र कश्यप (बाराबंकी), राघवेंद्र सिंह (जिला अध्यक्ष, बाराबंकी), यशपाल सिंह (महानगर अध्यक्ष, लखनऊ), लक्ष्मीकांत पांडेय (महानगर सचिव), शेषनाथ, राजीव सतीजा, रंजन व अन्य कार्यकर्ता।



