सर्वोदय:- मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक डॉ. राजेन्द्र सिंह ने साधु-संतों और महामंडलेश्वरों के बारे में एक विवादित टिप्पणी की है, जिसने राजनीतिक और धार्मिक हलकों में हंगामा मचा दिया है। उन्होंने साधु-संतों और महामंडलेश्वरों की तुलना ‘सांड’ से करते हुए कहा कि बीजेपी ने इन्हें जनता के बीच छोड़ दिया है। डॉ. सिंह ने कहा, “बीजेपी ने साधु-संतों, संन्यासियों, बाबा बैरागियों और महामंडलेश्वरों को छोड़ दिया, अब उन्हें हिंदुत्व, भाजपा का प्रचार और सनातन की बातें करने के लिए कह दिया। और ये सांड दूसरों के खेतों में चर रहे हैं।”
यह बयान तब आया जब मध्यप्रदेश के सतना जिले में कांग्रेस ने जिला स्तरीय कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी भी मौजूद थे। मंच से डॉ. सिंह ने इस विवादित बयान को दिया।उन्होंने कहा कि राम मंदिर और महाकुंभ के प्रचार पर बात करते हुए कहा, “संयोग से राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया और महाकुंभ भी आ गया। प्रचार तो बहुत हुआ, लेकिन मैंने गणित से हिसाब लगाया कि 10-12 करोड़ से ज्यादा लोग नहीं गए। मैं विज्ञान का विद्यार्थी रहा हूं, इंजीनियर हूं।”
इसके बाद डॉ. सिंह ने महाकुंभ में शामिल होने वाले लोगों की संख्या का हवाला देते हुए कहा, “महाकुंभ में 60 करोड़ लोग गए, लेकिन यह सब वाट्सएप यूनिवर्सिटी के प्रभाव से हुआ है।” उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने धार्मिक नेताओं को प्रचार के लिए इस्तेमाल किया और अब उन्हें अकेला छोड़ दिया।
डॉ. राजेन्द्र सिंह मध्यप्रदेश के सतना जिले की अमरपाटन विधानसभा सीट से कांग्रेस के विधायक हैं। वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में माने जाते हैं और पांचवीं बार विधायक बने हैं। वे दिग्विजय सिंह की सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और मध्यप्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष का पद भी संभाल चुके हैं।



