देश-विदेश/सर्वोदय:- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की कमर कस ली है। हमले में शामिल आतंकियों और उन्हें पनाह देने वाले सरगनाओं को सबक सिखाने के लिए एक विशेष मोस्ट वांटेड लिस्ट तैयार की गई है। खुफिया एजेंसियों और सुरक्षा बलों की संयुक्त कार्यवाही में अब घाटी में आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं।
14 मोस्ट वांटेड आतंकियों की लिस्ट तैयार
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों ने दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग, शोपियां और पुलवामा जिलों में सक्रिय 14 आतंकियों की पहचान की है। इस सूची में:8 आतंकी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए हैं, 3 जैश-ए-मोहम्मद से, और 3 हिजबुल मुजाहिदीन से ताल्लुक रखते हैं। इन आतंकियों में लश्कर के मोस्ट वांटेड आतंकवादी एहसान उल हक का नाम भी शामिल है। हाल ही में पुलवामा में सुरक्षा बलों ने उसके घर को ध्वस्त कर दिया था।
कुपवाड़ा में मिला हथियारों का बड़ा जखीरा
सर्च ऑपरेशनों के तहत शनिवार को कुपवाड़ा जिले से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया। इसके अलावा कई आतंकी ठिकानों को चिन्हित कर नष्ट किया गया है।
पहलगाम हमले के लिए जिम्मेदार आतंकियों की पहचान हुई
पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकवादियों की पहचान लश्कर-ए-तैयबा के सदस्यों के रूप में हुई है। सुरक्षा एजेंसियों ने इनके नाम और स्केच भी जारी कर दिए हैं। इनकी धरपकड़ के लिए पूरे इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।
पाकिस्तान पर सख्त रुख, सिंधु जल संधि आंशिक रूप से निलंबित
भारत ने इस आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान की भूमिका को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आवाज उठाने के साथ ही कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सिंधु जल संधि को आंशिक रूप से निलंबित किया गया है और पाकिस्तान पर कूटनीतिक दबाव बढ़ाया जा रहा है।
‘एक-एक का बदला लिया जाएगा’: सैन्य सूत्र
सेना और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ सूत्रों का कहना है कि हमले के जिम्मेदार किसी भी आतंकी को बख्शा नहीं जाएगा। हर उस हाथ को काटा जाएगा जो भारत की सरहदों की तरफ बढ़ेगा।



