न्यूज़ डेस्क/सर्वोदय न्यूज़:- समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आज़म ख़ान ने पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मिलने को लेकर स्पष्ट रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश उनसे मिलने आते हैं तो यह उनके लिए सम्मान की बात होगी और वे अकेले ही उनसे मिलना चाहेंगे।
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में आज़म ने कहा कि उनसे मिलने की बात पर वे खुश हैं और इसे किसी तरह की सोच-समझ का विषय नहीं बना रहे। उन्होंने कहा कि “वे आएंगे, मुझे सम्मान मिलेगा — मेरा तन-मन उनका है।” उन्होंने यह भी दोहराया कि यह कोई पहली मुलाकात नहीं होगी और अगर अखिलेश आएंगे तो उन्हें खुशी होगी।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वे चाहेंगे कि सिर्फ़ अखिलेश ही उनसे मिलें, तो आज़म ने थोड़े तीखे अंदाज़ में जवाब दिया कि वे केवल उन्हीं से मिलेंगे और किसी तीसरे के आने की ज़रूरत नहीं है। उन्होंने यह भी जताया कि इन दिनों उनके परिवार के बारे में किसी ने पूछताछ नहीं की — “मेरी बीवी ईद पर अकेली रो रही थी, कोई आया क्या? किसी का फ़ोन आया क्या?” — इसलिए अब अचानक मिलने आना अनावश्यक प्रतीत होता है।
मीडिया से बातचीत में आज़म ने कहा कि उन्हें खबर मिली है कि पार्टी अध्यक्ष आ रहे हैं और यह बात सुनकर वे संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि मिलने आने वाले व्यक्ति की यही बड़प्पन होगी। एक टिप्पणी में उन्होंने विरोधियों के आरोपों का ज़िक्र करते हुए कहा, “एक बकरी चोर-भैंस चोर से मिलने आ रहे हैं,” — यह उनकी व्यंग्यात्मक टिप्पणी थी।
गिले-शिकवे दूर होने के सवाल पर आज़म ने कहा कि वह इस बारे में विस्तार से बताएंगे और इसे हल्का सवाल नहीं समझा जाना चाहिए। उन्होंने सांसद मोहिब्बुल्ला की ओर तंज कसते हुए कहा कि उनकी बात पर ध्यान न दिया जाए। साथ ही आज़म ने अपने ऊपर लगे मामलों और जुर्माने का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके खिलाफ दर्ज मामलों और वित्तीय दायित्वों के चलते वे परेशान हैं और घर बेचने की इच्छा भी जाहिर की।
आज़म ने यह भी कहा कि वे रामपुर का टिकट दिला पाने में असमर्थ रहे और इसलिए मुरादाबाद का टिकट मिलने की संभावना पर भी कटाक्ष किया। कुल मिलाकर उनका रुख स्पष्ट है — वे केवल पार्टी अध्यक्ष से ही मिलना चाहते हैं और उस मुलाकात को अपने लिए प्रतिष्ठा की बात मानते हैं।



