नई दिल्ली/सर्वोदय:- पाकिस्तानी मूल की सीमा हैदर को लेकर एक बार फिर विवाद गहराता जा रहा है। साल 2023 में अवैध रूप से भारत आकर ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा निवासी सचिन मीना से शादी करने वाली सीमा हैदर का मामला अब और संवेदनशील हो गया है। केंद्र सरकार ने 25 अप्रैल को आदेश जारी किया कि सभी पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ना होगा और 27 अप्रैल से उनकी वीजा सेवाएं रद्द कर दी जाएंगी। इसी बीच बॉलीवुड अभिनेत्री और सोशल मीडिया पर्सनैलिटी राखी सावंत ने सीमा का समर्थन करते हुए सरकार से भावुक अपील की है।
राखी सावंत का वीडियो वायरल, कहा– “सीमा अब हिंदुस्तान की बहू है“
राखी सावंत ने शुक्रवार शाम अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल से एक वीडियो जारी कर कहा, “सीमा को पाकिस्तान नहीं भेजना चाहिए। वो अब भारत की बहू है, सचिन की पत्नी है और एक मां है। वह हिंदू धर्म अपना चुकी है और भारत के समर्थन में बोलती है। उसके साथ ऐसा बर्ताव नहीं होना चाहिए।” राखी ने अपने बयान में कहा कि एक महिला को इस तरह निर्वासित करना अन्यायपूर्ण है। “वो कोई फुटबॉल नहीं है जिसे कभी इधर, कभी उधर भेजा जाए। यह मेरी सरकार से विनम्र गुजारिश है कि सीमा हैदर के साथ इंसाफ किया जाए।”
क्या है सीमा हैदर का पूरा मामला?
32 वर्षीय सीमा हैदर साल 2023 में अपने चार बच्चों के साथ नेपाल के रास्ते भारत आई थीं। उन्होंने 24 वर्षीय सचिन मीना से विवाह किया और हिंदू धर्म अपना लिया। इस प्रेम कहानी ने सोशल मीडिया और मीडिया दोनों में खूब सुर्खियां बटोरीं। लेकिन अवैध रूप से भारत आने के कारण उनकी नागरिकता और कानूनी स्थिति को लेकर विवाद शुरू हो गया।फिलहाल उनकी नागरिकता याचिका कोर्ट में लंबित है और गृह मंत्रालय उनके दस्तावेजों की जांच कर रहा है।
वीजा निलंबन का कारण: आतंकी हमला और बढ़ता तनाव
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी। इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए सभी वीजा सेवाएं तत्काल प्रभाव से रद्द कर दीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही, जिसके बाद भारत-पाक रिश्तों में तनाव और बढ़ गया।
सोशल मीडिया पर बढ़ी बहस: “सीमा हैदर – कानून बनाम इंसानियत“
सीमा हैदर को लेकर सोशल मीडिया पर राय बंटी हुई है। एक ओर लोग उन्हें मानवीय दृष्टिकोण से भारत में रहने देने की मांग कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर सुरक्षा और कानूनी पहलुओं की ओर ध्यान दिलाया जा रहा है।
क्या आगे होगा?
अब सबकी नजर सरकार के अगले कदम पर है। क्या सीमा हैदर को भारत में रहने दिया जाएगा या उन्हें पाकिस्तान वापस भेजा जाएगा — यह फैसला सिर्फ कानून का नहीं, बल्कि मानवीयता और राजनीतिक दृष्टिकोण का भी परीक्षण होगा।



